मथुरा । प्रदेश भर में ट्रैक्टर चोरी करने के लिए कुख्यात हो चुके छाता क्षेत्र के गांव खायरा के रहने वाले ट्रैक्टर चोर गिरोह के सरगना और पुलिस के मददगार को फंसाने के लिए मुख्यमंत्री का फर्जी आदेश पत्र वायरल करने वाले शातिर को आखिरकार छाता पुलिस ने पकड़ने में सफलता प्राप्त कर रही ही ली । पुलिस की गिरफ्त में आये सरगना को थाने से छुड़ाने के लिए सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने भी खूब जोर लगाया लेकिन एसएसपी के सामने उनकी दाल नहीं गल सकी । बताते चलें कि विगत मई माह में तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स ने थाना छाता क्षेत्र के गांव खायरा की घेराबंदी करके घर – घर तलाशी अभियान चलाया था । उस समय प्रदेश के इतिहास में वहां से 84 ट्रैक्टर चोरी के बरामद हुए थे । ट्रैक्टर चोरी करने के बाद फर्जी कागजात बनाकर शातिर चोरी के ट्रैक्टरों को भी ऊंचे दामों में बेचते थे । इसकी भनक थाना गोवर्धन क्षेत्र के गांव पलसों निवासी मुकेश पुत्र मुरारी को हुई तो वह तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी से मिला था और इस पूरे सिंडीकेट के बारे में जानकारी दी थी, तब पुलिस को यह सफलता मिली थी । बरामद ट्रैक्टरों को छुड़ाने के लिए खायरा के लोगों ने कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण को साथ लेकर तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी से भी मुलाकात की थी लेकिन तत्कालीन एसएसपी श्री चौधरी ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया था कि तीन सदस्यीय कमेटी बरामद ट्रैक्टरों की जांच करेगी, जिसमें एआरटीओ,एसडीएम छाता और सीओ छाता रहेंगे तथा जो भी ट्रैक्टर सही पाया जाएगा उसे छोड़ दिया जाएगा तो कैबिनेट मंत्री भी संतुष्ट होकर वापस लौट गये थे । उस दौरान हुई जांच में महज एक दर्जन के करीब ही ट्रैक्टर सही पाये गये थे, जिन्हें पुलिस ने रिलीज कर दिया था लेकिन दर्जनों चोरी के ट्रैक्टरों पर अपना हक जताने के कोई नहीं पहुंचा था । पुलिस द्वारा जांच की गई तो इस ट्रैक्टर चोर गिरोह का सरगना गांव खायरा निवासी मुकेश प्रधान पुत्र कन्हैया निकला था । तत्कालीन एसएसपी श्री चौधरी ने इस प्रकरण की जांच करने के लिए एक एसआईटी गठित करके मामला क्राइम को सौंपा था । उसी दौरान इस गिरोह के सरगना मुकेश प्रधान ने पुलिस के मददगार पलसों निवासी मुकेश मास्टर को ही चोर गिरोह का सरगना घोषित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फर्जी आदेश पत्र सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फर्जी आदेश पत्र में शातिर ने पुलिस के मददगार मुकेश मास्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मथुरा के पुलिस – प्रशासन को आदेश दिया था । जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस के मददगार मुकेश मास्टर को हुई तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई और वह भागा – भागा प्रमुख सचिव गृह के पास पहुंचा और न्याय की गुहार लगाई थी । उस समय प्रमुख सचिव गृह ने पीड़ित को न्याय का भरोसा देते हुए बताया था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई आदेश पत्र जारी ही नहीं किया है । इसके बाद प्रमुख सचिव गृह ने पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर मथुरा पुलिस – प्रशासन को जांच करके कार्रवाई करने के आदेश दिए थे और 20 दिवस में जांच आख्या भी मांगी थी लेकिन इसके बाद भी ट्रैक्टर चोर गिरोह का सरगना मुकेश प्रधान पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर बचता रहा था । वहीं जांच के दौरान क्राइम ब्रांच के विवेचक राघवेन्द्र सिंह ने शातिर मुकेश प्रधान को साक्ष्यों के आधार पर दोषी पाया तो थाना कोसीकलां पुलिस को इसे गिरफ्तार करने की सिफारिश भी की थी लेकिन फिर भी पुलिस शांत रही । इसके बाद क्राइम ब्रांच के विवेचक ने अदालत में भी आरोप पत्र दाखिल कर दिया था,किंतु हर दफा शातिर मुकेश प्रधान अपनी पहुंच के कारण कानून के शिकंजे से बचता रहा था । वहीं बीते शनिवार को छाता पुलिस ने सूचना मिलने पर फरार चल रहे ट्रैक्टर चोर गिरोह के सरगना मुकेश प्रधान को आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया । इसके बाद शातिर को थाने से छुड़ाने के लिए सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने भी पुलिस पर पुरजोर दबाव बनाया लेकिन जैसे ही मामला एसएसपी बबलू कुमार तक पहुंचा तो उनके सामने किसी की नहीं चल सकी । सूत्रों का कहना है कि फर्जी कागजातों के सहारे चोरी के ट्रैक्टरों को बेचकर सरगना मुकेश प्रधान करोड़ों की सम्पत्ति का मालिक भी बन चुका है तथा इसके सिंडिकेट में यूपी, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के दर्जनों चोर शामिल हैं । छाता पुलिस ने पकड़े गए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर दी है, जिसे आज न्यायलय में पेश किया जाएगा ।