नई दिल्लीः- राजधानी में भगवान गणेश के आहवान के साथ ही दस दिन तक चलने वाली संपूर्ण बाल उत्सव रामलीला के चौथे दिन कमल मॉडल स्कूल के नन्हें बच्चों द्वारा मनोहारी नृत्य पेश किया गया। इन नन्हें बच्चों द्वारा प्रस्तुत राम जन्म व ताड़का वध लीला ने उपस्थित लोगों का मनमोह लिया। लोगों ने अपने स्थान पर खड़े होकर इन नन्हें बच्चों का जोरदार तालियों से इनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में सांसद प्रवेश वर्मा, नेता सदन कमलजीत सहरावत, संस्था के महासचिव हरीश कोचर, संगठन सचिव दिनेश जोशी, अनिल खण्डेलवाल, सांस्कृतिक सचिव प्रीति कोटनाला सालियान, वीआईपी कोआर्डिनेटर डॉ. राजेश कुमार मांझी सहित संस्था के गई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर कमलजीत सहरावत ने कहा कि इस रंगमंच के जरिए उनका प्रयास अति संवेदनशील छोटे बच्चों के मन में अपनी संस्कृति तथा मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है। इसलिए रामलीला में नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों को प्रस्तुति के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इंजीनियर, वकील और शिक्षाविदों का एक समूह इस कार्यक्रम का प्रबंधन कर रहा है। इस संपूर्ण रामलीला के अन्य आकर्शणों मेंं आज की बेटी बचाओं बेटी बढाओं थीम आधारित नुक्कड नाटक का भी आयोजन किया गया, जिसका ग्रांड फिनाले 20 अक्टूबर 2018 को किया जाएगा।
संपूर्ण बाल उत्सव रामलीला की अध्यक्षा प्रीतिमा खंडेलवाल ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित रखने के एक अनूठे प्रयास के तहत रामलीला का मचंन राजधानी के उपनगरी द्वारका के सेक्टर 13 के डीडीए ग्राउंड में 50 सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूली बच्चों द्वारा किया गया है। संपूर्ण बाल उत्सव रामलीला 2018 का आयोजन बाल उत्सव रामलीला समिति द्वारा किया जा रहा है।