नई दिल्ली, मैक्स हॉस्पिटल के ‘निडर हमेशा ’ कैंसर अभियान के बैनर तले मैक्स हॉस्पिटल, ने 11 किलोमीटर के साइक्लोथॉन का आयोजन किया। ‘साइक्लोथॉन के जरिए कैंसर के खिलाफ संघर्ष में आप अपना समर्थन जताएं’’ नामक अभियान के तहत ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस साइक्लोथॉन में 500 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। साइक्लोथॉन को यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से सुबह 7ः00 बजे रवाना किया गया और लगभग 8ः30 बजे इंडिया गेट पर इसका समापन किया किया। इस अभियान को मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, के मेडिकल ओंकोलॉजी की निदेशक डॉ. मीनू वालिया की उपस्थिति में रवाना किया गया। इसमें शामिल हाने वाले प्रतिभागियों में साइकिल प्रेमी, ,अस्पताल के कर्मचारी और ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन के सदस्य शामिल थे।इस अवसर पर कैलाश खेर ने कैंसर रोगियों को प्रेरित करने के लिए प्रदर्शन किया एवं ओलंपिक चैंपियन और और खेल में विश्व रिकॉर्ड धारक श्री सुशील कुमार भी उपस्थित थे।
मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के मेडिकल ओंकोलॉजी की निदेशक डॉ. मीनू वालिया ने कहा, आज आयोजित इस पहल का उद्देश्य एक ऐसा मंच बनाना है जो कैंसर के लड़ने के लिए इच्छाशक्ति को मजबूत करे और लोगों को कैंसर से लड़ने की हिम्मत दे। हम नियमित रूप से कैंसर रोगियों के लिए कई पहल / अभियान / जागरूकता अभियान चलाते हैं। इसके अलावा, हमने ’निडर हमेशा’ नामक एक अभियान शुरू किया है, जो कैंसर से लड़ रहे मरीजों और परिवारों को सहायता और संवेदना प्रदान करता है। आज का अभियान हमारे प्यार और समर्थन को दर्शाने के लिए था, और उन लोगों को शक्ति प्रदान करने के लिए था जो कैंसर के निदान के बाद कई तरह की चुनौतियों का सामना करते हैं।”
“भारत में कैंसर के मामले चिंताजनक दर से बढ़ रहे हैं और यह मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है, जो ज्यादातर बीमारी का देर से पता लगने के कारण होता है। यदि कैसर का जल्द पता चल जाए, तो कैंसर का उपचार न केवल कई गुना अधिक प्रभावी हो जाता है, बल्कि यह कम जटिल होता है और कम खर्चीला भी होता है। ”
इस अवसर पर ओलंपिक चैंपियन, श्री सुशील कुमार ने कहा, “मैं मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की इस नेक पहल का हिस्सा बनकर खुश हूं। इस तरह की पहल जागरूकता पैदा करने में मदद करती है और लोगों को हमारे देश में कैंसर फाइटर्स के लिए जरूरी सहायता और देखभाल के महत्व को समझने के लिए प्रोत्साहित करती है।”
कैंसरइंडियाडॉटआर्ग (ब्ंदबमतपदकपं.वतह) के अनुसार, भारत में कैंसर के लगभग 22 लाख 50 हजार मामले दर्ज किए गए हैं । 2018 में, इस बीमारी के कारण लगभग 7 लाख लोगों की मौत हो गई।