कमलेश पांडे/स्वतंत्र पत्रकार
गाजियाबाद। भले ही स्थानीय नगर निगम शहर को लाइट्स से रोशन करने के लिए
प्लेकार्ड नामक कंपनी से स्ट्रीट पर लगी पुरानी लाइट्स को उतरवाने के बाद
करीब 52 हजार नई एलईडी स्ट्रीट लाइट्स को लगवाने का दावा कर रहा हो,
लेकिन कड़वा सच है कि नगर निगम के शहरीय पार्कों मेें लगी करीब 900 लाइट्स
में से 400 लाइट्स खराब पड़ी हुई हैं। दरअसल निगम के उद्यान विभाग द्वारा
कराए गए एक सर्वे में यह खुलासा हुआ है।
बता दें कि विभिन्न पार्कों में खराब लाइट्स को ठीक करवाने हेतु नई
लाइट्स लगाई जानी थीं, लेकिन अब भी लोगों को नई लाइट्स के लगने का इंतजार
हैं। उल्लेखनीय है कि नगर आयुक्त चंद्र प्रकाश सिंह ने पूर्व में कई
पार्क में किए गए निरीक्षण के दौरान खराब लाइट्स को शीघ्रतापूर्वक ठीक
कराने के आदेश दिए थे, क्योंकि पार्कों की लाइट्स खराब होने के चलते
लोगों को पार्क में टहलने में परेशानी हो रही है। यही वजह है कि उद्यान
विभाग ने पार्कों में खराब पड़े लाइट्स का फिर से सर्वे कराया है, जिसमें
900 पार्कों में 400 लाइट्स खराब मिली हैं। हालांकि रिपोर्ट प्रकाश में
आने के बाद निगम का प्रकाश विभाग जल्दी ही नई लाइट्स लगाने की कवायद शुरू
कर दिया है।
गौरतलब है कि नगर निगम के शहर में 1250 पार्क हैं जिनमें करीब 2100
स्ट्रीट लाइट्स लगी हैं। जबकि निगम की ओर से करीब 2,300 लाइट्स लगाई गई
हैं। खबर है कि शहर के प्रमुख 350 पार्क में लाइट्स कुछ बेहतर मिली।
लेकिन 900 पार्कों में लगी लाइट्स काफी खराब हालत में मिली है। इन
पार्कों में करीब 2100 लाइटें लगी हुई हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर
जहां निगम की पुरजोर तैयारी है, वहीं शहर में लाइट व्यवस्था सुधारने में
अभी वक्त लग सकता है। इस संबंध में नगर निगम प्रकाश विभाग के अधिशासी
अभियंता मनोज प्रभात का कहना है कि पार्कों में लाइट्स का सर्वे हो चुका
है, जिन पार्कों में लाइट्स खराब मिली हैं, उन्हें ठीक कराई जा रही हैं।
अगर नई लाइट्स लगाने की आवश्यकता है तो वहां पर नई लाइट्स लगाई जाएंगी।
900 पार्कों में खराब मिली करीब 400 लाइट्स को जल्द ठीक कराने का कार्य
पूरा कराया जाएगा।